आज भारतीय लोगो को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नय साल से पहले एक और तोफा मिलने जा रहा है. जी हाँ दोस्तों आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 दिसम्बर 2020 को ड्राईवरलेस मेट्रो का उद्घाटन वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा किया गया. जो बिना ड्राइवर के मेट्रो ट्रेन होगी.
देश में यह पहली बार बिना ड्राईवर वाली मेट्रो ट्रेन होगी.यह बाकि मेट्रो से थोड़ी अलग है. लोगो को बहुत ख़ुशी हो रहा है क्योंकि उनका देश आगे बढ़ रहा है. नई तकनीक से देश का नाम रोशन हो रहा है. 2025 तक 25 से ज्यादा शहरो में मेट्रो चलाने का उदेश्य है.
कहाँ से कहाँ तक चलेगी-
दिल्ली जनकपुरी वेस्ट से नॉएडा बाटनिकल गार्डन तक यह ड्राईवरलेस मेट्रो ट्रेन चलेगी
मजेंटा लाइन पर पहली बार 37 किलोमीटर तक ड्राईवरलेस मेट्रो दौड़ेगी. ( 3 साल पहले मजेंटा लाइन का उद्घाटन हुआ था )
इस तरह चलेगी बिना ड्राईवर के मेट्रो-
इस ट्रेन का ऑपरेशन कण्ट्रोल सेंटर से होगा.इसका नियंत्रण कमांड सेंटर से संचालित किया जायेगा.कुछ वक्त के लिए ट्रेन में रोविंग अटेंडेंट मौजूद रहेंगे.इसमे सीबिटीसी सिस्टम लगा है.जिससे कण्ट्रोल सेंटर से नियंत्रण करेंगे.
सीबिटीसी सिस्टम क्या है ?
जिस तरह मोबाइल में वाई-फाई, ब्लूटूथ होता है. ठीक उसी प्रकार इसमें सीबिटीसी सिस्टम है. सीबिटीसी सिस्टम वाई-फाई की तरह काम करता है. ये सिस्टम मेट्रो को सिग्नल देता है. जिससे सिग्नल मिलने पर ट्रेन आगे बढती है.यह बहुत सुरक्षित है सीबीटीसी सिस्टम है. इस कारण किसी प्रकार का खतरा नहीं है.
ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन की खासियत-
1) यह बिना ड्राइवर वाली मेट्रो है.
2) हाईटेक उपकरणों से लैस है.
3) हाई रेज्यूलेशन कैमरे से लैस है.
4) रियल टाइम मोनिटरिंग ट्रेन इक्विपमेंट मौजूद है.
5) एक ट्रैक पर दो ट्रेन आने पर खुद रुक जाएगी मेट्रो ट्रेन.
6) रिमोट हैण्डलिंग इमरजेंसी अलार्म जैसी तकनीक है जिससे कोई दिक्कत आने पर कण्ट्रोल रूम को हर दिक्कत की जानकारी मिलेगी.
7) मैन्युअल गलती की संभावना कम होगी.
8) मेट्रो की स्पीड में इजाफा होगी, जिससे सफ़र का समय घटेगा. और दो मेट्रो स्टेशन के बीच की दूरी कम होगी.
9) मेट्रो ट्रेनों की फ्रीक्वेंची बढ़ेगी.
लोगो को काफी उत्साह हो रहा है की तकनीकी देवलोपमेंट हो रहा है. और इसमें बैठने के लिए भी बहुत से लोगो का मन काफी उत्साहित है,लेकिन मनोवैज्ञानिको का मानना है की कुछ लोग परेशान हो सकते है. और कुछ लोग घबराह रहे है क्योंकि इस ट्रेन में कोई ड्राईवर नहीं है और उनको पूरी तरह से इस ट्रेन के बारे में पता नहीं है.लेकिन कुछ दिनों में सभी को इसका पूरी तरह से पता चलने पर सभी के मन का दर खत्म हो जायेगा जिससे सभी यात्रीगण यात्रा करने पर किसी प्रकार डर नहीं रहेगा और सभी लोग निसंकोच यात्रा करेंगे.